मीत हेयर ने पंजाब को खेल में अग्रणी राज्य बनाने के लिए खेल विभाग और खेल ऐसोसीएशनों को मिलकर चलने का न्योता दिया
पंजाब
राष्ट्रीय खेल के लिए पंजाब ओलम्पिक एसोसिएशन को पंजाब के खेल दल के लिए 50 लाख रुपए का चैक सौंपा
खेल मंत्री मीत हेयर पंजाब ओलम्पिक एसोसिएशन के पैटर्न बने
‘‘खेडां वतन पंजाब दीयां’’ के लिए सभी एसोसिएशनों को न्योता दिया
चंडीगढ़/ एस. ए. एस. नगर……पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने पंजाब को खेल में अग्रणी राज्य बनाने के लिए खेल विभाग और खेल एसोसिएशनों को मिलकर चलने का न्योता दिया। यह बात उन्होंने आज यहां पंजाब ओलम्पिक भवन में पंजाब ओलम्पिक एसोसिएशन के अधिकारियों के साथ मीटिंग के दौरान कही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ख़ुद निजी तौर पर खेल को प्राथमिकता दे रहे हैं और पंजाब को फिर नंबर एक राज्य बनाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी।
गुजरात में अगले महीने होने वाले 36वें राष्ट्रीय खेल में पंजाब के खेल दल को शुभकामनाएं देते हुये खेल मंत्री मीत हेयर ने राज्य सरकार की तरफ से एसोसिएशन को खेल दल के लिए 50 लाख रुपए का चैक सौंपा और अन्य सहायता के लिए मुख्यमंत्री के साथ बात करने का विश्वास दिलाया।
खेल मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार नयी खेल नीति तैयार कर रही है जिसमें खिलाड़ियों के लिए नकद इनाम, नौकरी देने, छोटी उम्र के खिलाड़ियों को उत्साहित करने पर ज़ोर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की तरफ से पंजाब में खेल सभ्याचार फिर पैदा करने की वचनबद्धता के अंतर्गत खेल विभाग की तरफ से ‘‘खेडां वतन पंजाब दीयां’’ करवाई जा रही हैं जिसका 29 अगस्त को मुख्यमंत्री जालंधर में उद्घाटन करेंगे। इन खेल मुकाबलों में 5 लाख के करीब खिलाड़ी हिस्सा लेंगे जिसके बाद राज्य स्तरीय टूर्नामैंट के विजेता खिलाड़ियों का पुल बन जायेगा जो आगे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धियां हासिल करेंगे। इस टूर्नामैंट का मकसद पंजाब में खिलाड़ियों की प्रतिभा और हुनर की तलाश करना है। उन्होंने पंजाब ओलम्पिक एसोसिएशन और सभी खेल एसोसिएशनों को न्योता पत्र भी दिया।
मीत हेयर ने कहा कि पंजाब वर्ष 2001 में राष्ट्रीय खेल में पहले नंबर पर था परन्तु फिर राज्य लगातार पिछड़ता गया। पंजाब सरकार अब दूसरे राज्यों की खेल नीतियों का अध्ययन करने के साथ-साथ खेल माहिरों की कमेटी बनाने जा रही है। इसके साथ ही 220 कोचों की भर्ती की जा रही है और अन्य भी कोचों के पद सृजित करके गाँव, ब्लाक और तहसील स्तर पर तैनाती की जायेगी। पंजाब में प्रतिभा की कोई कमी नहीं सिर्फ़ हुनर तलाश करके निखारने की ज़रूरत है। खेल बजट बढ़ाया जा रहा है। खेल समान मुहैया करवाने को प्राथमिकता दी जायेगी। ज़मीनी स्तर पर खेल ढांचा देखने के लिए जायज़ा लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नशे की समस्या का हल सिर्फ़ खेल माहौल सृजन करने से ही होगा। नौजवानों की ऊर्जा खेल की तरफ लाने की ओर ध्यान दिया जा रहा है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मैडल जीतने वाले खिलाड़ियों को पक्का रोज़गार दिया जायेगा। डाइट में विस्तार किया जा रहा है। ज़रूरत पड़ने पर खेल विभाग विदेशी कोचों की सेवाएं लेगा।
इससे पहले पंजाब ओलम्पिक एसोसिएशन के प्रधान ब्रह्म महेन्दरा की तरफ से खेल मंत्री मीत हेयर को एसोसिएशन का पैटर्न बनाने का ऐलान किया गया जिसके उपरांत एसोसिएशन की तरफ से खेल मंत्री का सम्मान किया गया। इससे पहला ब्रह्म महेन्दरा की तरफ से मीत हेयर को पैटर्न बनाने के लिए प्रस्ताव लाया गया जिस पर एसोसिएशन की कार्यकारिणी ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास किया।
एसोसिएशन के सीनियर मीत प्रधान राजदीप सिंह गिल ने खेल मंत्री मीत हेयर की तरफ से खिलाड़ियों को निजी तौर पर प्रोत्साहन देने और खेल में रूचि दिखाने की सराहना करते हुये पंजाब को खेल में आगे ले जाने के लिए खेल विभाग और एसोसिएशन के साथ मिलकर प्रयास करने की बात की।
पंजाब ओलम्पिक एसोसिएशन के सचिव जनरल राजा के. एस. सिद्धू ने खेल मंत्री का ओलम्पिक भवन पहुँचने पर धन्यवाद करते हुये स्वागत किया।
इस मौके पर पंजाब ओलम्पिक एसोसिएशन के मीत के मीत प्रधान सिकन्दर सिंह मलूका, ख़ज़ांची कर्मवीर सिंह सिद्धू, कार्यकारिणी मैंबर तेजा सिंह धालीवाल, अर्जुना ऐवार्डी सुरिन्दर सिंह सोढी, कुशलदीप सिंह किल्ली ढिल्लों, के. पी. एस. बराड़, संतोष दत्ता, प्रभजोत सिंह, मनिन्दर कौर विर्क, अशोक रौनी, आर. के. बाली, अर्जुना ऐवार्डी जगजीत सिंह, खेल विभाग के प्रमुख सचिव राज कमल चौधरी, डायरैक्टर राजेश धीमान और ज़िला खेल अफ़सर गुरदीप कौर भी उपस्थित थे।
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