इसमें शिवम पहले नीट की तैयारी करता था, लेकिन सफलता नहीं मिलने पर इस समय बीबीए की तैयारी कर रहा था और राजन कोचिंग चलाता था। दोनों ने ब्रूप स्वीट कम्यूनिटी एडिशन एप की मदद से वेबसाइट हैक कर टिकट बुक कराया था और 31 दिसंबर को पार्टी की थी। इसके पहले राजन ने 27 दिसंबर को वेबसाइट हैक कर पार्टी की थी।
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि राजन और शिवम दोनों दोस्त है। इसमें शिवम शातिर है, वह टेलीग्राम पर लिंक हंटर ग्रुप से जुड़ा था। इसपर पांच कंपनियों के लिंक डाले गए थे, इसमे गोरखपुर रामगढ़ताल के लेक क्वीन क्रूज का भी एक लिंक था।
टेलीग्राम पर लिंक डालकर बताया गया था कि इसके जरिए इन कंपनियों के टिकट केवल एक रुपये में बुक कराए जा सकते हैं, आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। राजन 20 दिसंबर को शिवम के घर आया था, उस समय शिवम ने राजन के यूपीआई नंबर से लेक क्वीन क्रूज का तीन हजार रुपये का टिकट एक रुपये में 27 दिसंबर की तारीख का बुक कराया। इसके बाद राजन 27 को क्रूज गया, वहां पर आराम से पार्टी की और वापस लौटकर आया।
पहली बार सफलता मिलने पर शिवम ने दोबारा राजन के ही यूपीआई से 31 दिसंबर का चार टिकट एक रुपये में बुक कराया। जिसकी कीमत 12 हजार रुपये थी। इसके बाद चारों वहां पहुंचे और पार्टी किए, लेकिन इस बार वह पकड़े गए।
दोनों के पकड़े जाने के और पूछताछ के बाद जब पुलिस ने उनके घर वालों से पूछताछ की तो उनके पिता ने बताया कि बेटा हाथ से निकल गया है। शिवम के पता का कहना है कि वह मेहनत मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते हैं। लेकिन उनके बेटे को महंगे-महंगे चिजो का शौक हो गया था, जिसे वह पूरा नहीं 

एसपी सिटी ने बताया कि रामगढ़ताल पुलिस ने शिवम के पास से एक लैपटाप और डेढ़ लाख रुपये की कीमत का एप्पल मोबाइल फोन बरामद किया है। इसे शिवम ने आनलाइन फ्राड करके कमाए गए रुपये से खरीदा था। इसके अलावा उसने कई और एप से आनलाइन खरीददारी की है। पुलिस उसकी जांच कर रही है।

आरोपितों को फर्जीवाड़े का तरीका बताने वाले लिंक हंटर ग्रुप के यूजर के बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है। इसके अलावा उस ग्रुप में शिवम के अलावा कौन-कौन से लोग जुड़े हैं। इसके लिए पुलिस टेलीग्राम से यूजर आईडी और आईपी एड्रेस मेल करके मांगेगी, जिससे मुख्य आरोपी तक पुलिस पहुंच सके।
पुलिस के अनुसार शिवम और राजन के अलावा दो अन्य युवकों पर साथ होने का आरोप लगा है। अब तक की जांच में सिर्फ इन्हीं दोनों पर फर्जीवाड़ा करने की पुष्टि हुई है। इन दोनों को बाइक से छोड़ने के लिए आने वाले तीसरे और एक अन्य बाइक से साथ आए युवक पर अब तक कोई आरोप सिद्ध नहीं हुआ है। हालांकि पुलिस उन दोनों युवकों पर भी नजर बनाए हुए है। जांच में आरोप सिद्ध होने पर उन्हें भी गिरफ्तार किया जाएगा।
गोरखनाथ के रामजानकी नगर में रहने वाले क्रूज संचालक राजकुमार राय ने रामगढ़ताल थाना पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि वह लेक क्वीन क्रूज का संचालन करते हैं। क्रूज के टिकट आनलाइन और आफलाइन दोनों माध्यमों से बेचे जाते हैं। 31 दिसंबर को चार युवक क्रूज पर आए और अपने मोबाइल फोन में बुकिंग का विवरण दिखाकर टिकट काउंटर से चार बोर्डिंग पास ले गए।
युवकों ने बताया कि उन्होंने राजन नाम से टिकट बुक किया है। मोबाइल फोन पर बुकिंग सफल दिखने और पेमेंट कन्फर्म होने के बाद काउंटर से उन्हें बोर्डिंग पास दे दिए गए। अगले दिन सुबह साफ्टवेयर मैनेजर ने जब खातों की जांच की तो बताया कि यह बुकिंग फर्जी तरीके से वेबसाइट हैक करके की गई है।
जालसाजों ने वेबसाइट को इस तरह हैक किया कि सिस्टम में भुगतान सफल दिख रहा था, लेकिन खाते में प्रत्येक टिकट का केवल एक रुपये ही जमा हुआ था। जबकि युवकों ने 12 हजार रुपये के चार टिकट बुक कराए थे।
संचालक की तहरीर पर रामगढ़ताल थाने की पुलिस केस दर्ज कर साइबर अपराध थाना और एसटीएफ टीम के साथ जांच शुरू की। सीसी कैमरे से आरोपितों की पहचान कर शिवम और राजन को पकड़ा। इसके बाद शिवम के लैपटाप से सारी जानकारी टीम ने हासिल की।