राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कुमाऊ विश्वविद्यालय द्वारा मानद उपाधि से सम्मानित - Punjab Times

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कुमाऊ विश्वविद्यालय द्वारा मानद उपाधि से सम्मानित

नैनीताल। कुमाऊ विश्वविद्यालय के 14वें दीक्षांत समारोह में 248 उपाधियां प्रदान की गयी जिसमें कला संकाय में 128, विज्ञान संकाय में 67, वाणिज्य संकाय में 50, 1 डिलिट व 2 डीएससी उपाधियां दी गयी।
कुलाधिपति डा0के0के0पाॅल द्वारा सार्वजनिक सेवा एवं राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में अर्जित की गयी उपलब्धियों के लिये राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को मानद उपाधि से अलंकृत किया गया। विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुये कुलाधिपति डा0 पाॅल ने कहा कि मेरे लिये विशेष गर्व व सम्मान की बात है कि मैं हमारे प्रतिष्ठित सपूत अजीत डोभाल को सम्मानित कर रहा हूॅ। उन्होंने कहा कि अजीत डोभाल देश के पहले आईपीएस अधिकारी हैं जिन्हें कीर्तिचक्र से सम्मानित किया गया है। उन्होंने कहा मुझे विश्वास है कि उत्तराखण्ड के युवा इस सम्मान से सदा प्रेरित व प्रोत्साहित होंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी अकादमी संस्थान के इतिहास में दीक्षांत समारोह मंे एक अत्यन्त गौरवपूर्ण क्षण होता है। उन्होंने सभी उपाधि धारकों को बधाई देते हुये उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि कुमाऊ विश्वविद्यालय ने अपने क्रियाकलापों में नवाचार एवं संरचनात्मक परिवर्तन कर क्षेत्र में उच्च शिक्षा को एक नई दिशा व आयाम दिये हैं यह अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि कुमाऊ विश्वविद्यालय को ए ग्रेड की मान्यता प्राप्त है लेकिन हमें इससे संतुष्ट न होकर हमें देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में अपना नाम अंकित करना चाहिये। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे पाठ्यक्रम तैयार करने होंगे जो क्षेत्र मंे युवाओं की बेराजगारी की समस्या का समाधान करे और शिक्षा में गुणवत्ता की बुनियादी तत्वों को भी सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि विश्वविद्यालय अपने अकादमिक कलैन्डर का पालन करने में सक्षम है और परीक्षायें नियमित तौर पर आयोजित की जा रही हैं। शिक्षा व परिसर को हर पहलू से एक स्माट कैम्पस बनाने का व्यापक प्रयास किया जा रहा है।
दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुये राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा कि मुझे मानद उपाधि से अलंकृत किया गया मैं इसे विनम्रता से स्वीकार करता हूॅ। उन्होंने सभी उपाधिधारकों से कहा कि शिक्षा ग्रहण कर आपने जो पाया है राष्ट्र,देश, दुनियां को उससे ज्यादा देने की कोशिश की जाय। उन्होंने कहा कि हम सबका का कर्तव्य है कि हम जिम्मेदार नागरिक के रूप में राष्ट्र व समाज के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि आज के बाद हमें स्वयं अंधकार से निकलने के लिये दीपक बनना होगा व स्वयं निर्णय लेकर आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि आने वाला वक्त आज के वक्त से अलग होगा, परिवर्तन ही प्रकृति का नियम है इसलिये सभी विद्यार्थी समारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ें। श्री डोभाल ने सभी को शुभकामनाप देते हुये उज्जवल भविष्य की कामना की।


मुख्य मंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त करने वालों को शुभकामनायें देते हुये कहा कि जीवन में विद्याअर्जन प्रथम सोपान है अब आप राष्ट्र, समाज व परिवार की सेवा के लिये कर्म क्षेत्र में प्रस्थान कर रहे हैं। विकास एवं निर्वाध में शिक्षित युवाओं के अह्म भूमिका है। पलायन प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या है पलाययन को रोकने लिये सरकार द्वारा अनेक कार्य किये जा रहे हैं। प्रदेश सरकार ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया है ताकि प्रदेश व प्रदेश से बाहर के लोग पर्यटन को अपनाकर रोजगार के अवसर सृजित करेंगे वहीं पलायन को रोकने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि पीरूल पर्वतीय क्षेत्रों की बहुत बड़ी समस्या है सरकार ने पीरूल के माध्यम से विद्युत उत्पादन का निर्णय लिया है इससे भी रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि ग्राम लाइट योजनान्तग्र्रत महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा महिलाओं को एलईडी बल्ब बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिससे एलईडी बल्ब की कीमत तो कम होगी ही साथ ही ग्रामीण महिलाओं को रोजगार मिलेगा और उर्जा की बचत भी होगी।
दीक्षांत समोह में अतिथियों का स्वागत करते हुये शिक्षा मंत्री डा0 धन सिंह रावत ने कहा कि प्रसन्नता का विषय है कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से पहली बार उत्तराखण्डी परिधानों में उपाधि विद्यार्थियों को प्रदान की गयी है। यह इस बात को दर्शाता है कि हमने पाश्यचात्य संस्कृति का त्याग कर अपने प्रदेश व देश की संस्कृति को अपनाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने उच्च शिक्षा में काफी परिवर्तन किये हैं। विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में शैक्षिक कलैन्डर प्रभावी किया गया है जिससे परीक्षायें एवं परीक्षा परिणाम समय से घोषित किये जा रहे है। इस व्यवस्था से शैक्षिणिक सत्र नियमित हुआ है। उन्होने कहा कि हम 100 गरीब बच्चों को निःशुल्क शोध करायेंगे तथा 50 बच्चों केा आईएएस, पीसीएस की कोचिंग करायेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश के 28 विद्यार्थियों का आईआईटी में चयन हुआ है तथा 140 बच्चे एनडीए व सीडीएस में चयनित हुये जो खुशी की बात है।
दीक्षांत समारोह में सभी अतिथियों का स्वागत करते हुये कुलपति प्रो0 डीके नौड़ियाल ने विद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की।
कार्यक्रम में सांसद भगत सिंह कोश्यारी, विधायक संजीव आर्य, सीईओ ब्रहममोस डा0 एसके मिश्रा, कुलपति मुक्त विश्वविद्यालय डा0 नागेश्वर राव, प्रो0 एचएस धामी, सचिव राज्यपाल रविनाथ रमन, वित्त लेखाधिकारी राजभवन खजान चन्द्र पांडे, जन संपर्क अधिकारी मुख्य मंत्री विजय बिष्ट, जिलाध्यक्ष भाजपा प्रदीप बिष्ट, महामंत्री गजराज बिष्ट, शंकर कोरंगा, पूरन सिंह मेहरा, मनोज जोशी, गोपाल रावत, संजय वर्मा, शांति भट्ट,आयुक्त कुमायू मण्डल राजीव रौतेला, आईजी कुमायूॅ पूरन सिंह रावत, निदेशक एटीआई अवेन्द्र सिंह नयाल, जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खण्डूरी, प्रबंध निदेशक कुमविनि धिराज गव्र्याल, मुख्य विकास अधिकारी प्रकाश चन्द्र, अपर जिलाधिकारी हरबीर सिंह, बीएल फिरमाल, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 भारती राणा आदि मौजूद थे।

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