केदारनाथ मंदिर पर राजनीति कांग्रेस को पड़ेगी भारी : आशा - Punjab Times

केदारनाथ मंदिर पर राजनीति कांग्रेस को पड़ेगी भारी : आशा

रुद्रप्रयाग।
केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव के प्रचार प्रसार में भाजपा ने मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला है। केदारनाथ विधानसभा उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है। कहा कि यह पार्टी दूसरों की भावनाओं से खेलने का काम करती है। केदारनाथ मंदिर पर राजनीति करने वाली कांग्रेस ने हमेशा सनातन धर्म का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी विकास के दावे कर रही है, लेकिन उनका प्रत्याशी विधायक रहते हुए पांच वर्षों में अपनी विधायक नि​धि खर्च नहीं कर पाया है। कहा, कि इस उप चुनाव में कांग्रेस को केदारनाथ मंदिर पर राजनीति करना भरी पड़ेगी।

भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल का कहना है कांग्रेस पार्टी गुमराह की राजनीति कर रही है । मगर केदारनाथ की जनता गुमराह में होने वाली नहीं है ।

उप चुनाव प्रचार को अब एक दिन शेष रह गया है। विस के वि​भिन्न गांवों का भ्रमण करते हुए आशा नौटियाल ने कहा कि वर्ष 2002 में वह पहली बार विधायक चुनी गईं थीं। उन्होंने अपने विधायकी के पहले कार्यकाल में जनता की समस्याओं के निस्तारण पर जोर दिया। जनता का आशीर्वाद रहा और उन्हें 2007 में भी विधानसभा सदस्य चुना गया।

इस उप चुनाव में पार्टी हाईकमान व संगठन के निर्देश पर ही बतौर प्रत्याशी मैदान में हूं।

उन्होंने कहा कि केदारनाथ विस सिर्फ भौगोलिक परिक्षेत्र नहीं है, ब​ल्कि यह क्षेत्र धर्म, संस्कृति, सभ्यता और रीति-रीवाजों का केंद्र भी है। केदारनाथ धाम में प्रतिवर्ष देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन को आते हैं और यहां की संस्कृति की रीति-नीति को साथ लेकर जाते हैं ।

उन्होंने कहा कि इस वर्ष अतिवृ​ष्टि से यात्रा व्यापक रूप से प्रभावित हो गई थी। हजारों यात्री व स्थानीय लोग पैदल मार्ग व धाम में फंस गए थे, तब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक अ​भिभावक के तौर पर स्वयं आगे रहकर पैदल व हवाई मार्ग से त्वरित रेस्क्यू कर लोगों को सकुशल उनके घरों तक पहुंचाया। अगस्त माह के आ​खिरी सप्ताह में पैदल यात्रा शुरू की गई और आ​खिरी दो माह में रिकार्ड श्रद्धालुओं ने केदारनाथ पहुंचकर बाबा केदार के दर्शन किए।

उन्होंने कहा कि आज, कांग्रेस केदारनाथ मंदिर पर राजनीति कर रही है, पर वह भूल गई है कि सितंबर 2012 की ऊखीमठ आपदा और जून 2013 की केदारनाथ आपदा में व्यापक जनहानि उसी सरकार की लापरवाही के कारण हुई। समय पर रेस्क्यू किया जाता तो, हजारों जानें बचाई जा सकती थी। कहा कि आज कांग्रेस मुद्दाविहीन हो चुकी है,
इसलिए केदारनाथ मंदिर पर राजनीति कर रही है।

 

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