मीशो का 2027 तक 10 मिलियन विक्रेताओं को डिजिटल बनाने के लक्ष्य
- जिससे भारत के एमएसएमई को डिजिटल युग में ले जाने में मदद मिलेगी
बैंगलोर। इंटरनेट कॉमर्स को जन समूह तक पहुँचाने के अपने मिशन को आगे बढ़ाते हुए, भारत के एकमात्र ट्रू ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस, मीशो ने 2027 तक 10 मिलियन छोटे व्यवसायों को ऑनबोर्ड कर उन्हें ऑनलाइन सफलता प्रदान करने के अपने दूरदर्शी लक्ष्य की घोषणा की। यह घोषणा 22 अगस्त को दिल्ली में आयोजित एक समारोह में की गई थी। इससे जमीनी स्तर पर जाकर एसएमबी को समर्थ बनाने की मीशो की प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है। यह महत्वाकांक्षी लक्ष्य मीशो के मौजूदा 1.3 मिलियन विक्रेता आधार को बढ़ाकर 10 गुना कर देगा, साथ ही 40 लाख से कम वार्षिक टर्नओवर वाले छोटे, मध्यम और स्थानीय उद्यमों को डिजिटल वाणिज्य के दायरे में लाकर उन्हें नये अवसर प्रदान करेगा। यह पहल 40 लाख से कम वार्षिक टर्न ओवर वाले व्यवसायों को ऑनलाइन बिक्री पर लगने वाले अनिवार्य जीएसटी से राहत देने के भारत सरकार के निर्णय के अनुरूप भी है।
मीशो के सीईओ और संस्थापक, विदित आत्रे ने कहा, “2027 तक अपने प्लेटफॉर्म पर 10 मिलियन विक्रेता लाने की हमारी प्रतिबद्धता इंटरनेट कॉमर्स को पूरे जान समूह तक पहुँचाने के हमारे मिशन का प्रमाण है। एमएसएमई के लचीलेपन और ऊर्जा से हमें बल मिलता है, और उनका सशक्तिकरण हमारी अर्थव्यवस्था में नयी जान फूंकने की क्षमता रखता है।”
उन्होंने आगे कहा, “तकनीकी प्रगति, इनोवेशन और समावेशन की ओर हमारी प्रतिबद्धता के साथ हम ऑफ़लाइन विक्रेताओं को पूरक आय प्राप्त करने के साधन देने के लिए तैयार हैं। हम केवल आंकड़ों पर नज़र नहीं रखते, बल्कि एक ऐसे वातावरण का निर्माण करना चाहते हैं, जो मौजूदा 80% से ज़्यादा एमएसएमई के विस्तार में तेज़ी लेकर आये। हम जैसे-जैसे इस परिवर्तनकारी यात्रा में आगे बढ़ रहे हैं, वैसे-वैसे हम न केवल डिजिटल अंतर को दूर करना चाहते हैं, बल्कि प्रगति और आत्मनिर्भरता के साथ एक समृद्ध ऑनलाइन समुदाय का विकास करके ‘आत्मनिर्भर भारत’ में भी मदद करना चाहते हैं।”
रेडसीयर की रिपोर्ट के अनुसार भारत में अनुमानतः 85 मिलियन एमएसएमई हैं, जिनमें से ऑनलाइन बाज़ार में केवल 1.5 मिलियन ही काम करते हैं। इस बड़े अंतर से इस क्षेत्र में अपार संभावनाएँ प्रदर्शित होती हैं। इन संभावनाओं द्वारा देश के हर कोने में मौजूद छोटे से छोटा विक्रेता भी ई-कॉमर्स क्रांति में हिस्सा लेकर अपना व्यवसाय बढ़ा सकता है। मीशो पर नये विक्रेताओं के पंजीकरण में एक बड़ी संख्या में विक्रेता जीएसटी पंजीकरण के चरण में लड़खड़ा जाते हैं, इसलिए मीशो जीएसटी नियमों में दी गई इस राहत का लाभ उन माइक्रो और स्मॉल उद्यमों को देकर उन्हें अपना ऑनलाइन सफ़र शुरू करने में मदद करना चाहता है। इस रणनीतिक बदलाव से गृहणियों, बुटीक मालिकों और मॉम-एंड-पॉप स्टोर्स तक विशाल उद्यमियों का एक नया दौर शुरू होगा।
यह महत्वपूर्ण घोषणा दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में की गई, जिसमें ओएनडीसी और सीएआईटी जैसे विभिन्न औद्योगिक अंशधारकों के साथ मीशो ने भी हिस्सा लिया था। इसका आयोजन ‘मोस्ट इनोवेटिव सेलर’, ‘मोस्ट ट्रस्टेड सेलर’ और ‘ग्राहकों के पसंदीदा सेलर’ आदि आठ अलग-अलग श्रेणियों में एमएसएमई विक्रेताओं को सम्मानित करने के लिए किया गया था। यह समारोह भारत की आर्थिक संरचना की बुनियाद बनाने वाले इन उद्यमशील लोगों की बड़ी उपलब्धियों को सम्मानित करने का एक मंच है। इस सहयोगपूर्ण प्रयास से भारत के छोटे व्यवसायों की वृद्धि और सफलता को बढ़ावा देने की ओर साझा प्रतिबद्धता प्रदर्शित हुई, जिससे उद्यमशील उत्कृष्टता के लिए एक जीवंत परिवेश निर्मित होता है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि माननीय एमएसएमई मंत्री, श्री नारायण राणे थे।
मीशो 2027 तक 10 मिलियन विक्रेताओं को शामिल करने के अपने साहसिक लक्ष्य के साथ भारत में वाणिज्य के परिदृश्य को नया रूप देने, छोटे व्यवसायों, एमएसएमई को मज़बूत बनाने और व्यक्तिगत उद्यमियों को सफलता की ओर ले जाने के लिए तत्पर है।