उत्तराखण्ड में एसएफए चैम्पियनशिप्स में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज ‘स्पोर्ट्स में नंबर वन स्कूल’ के खिताब के साथ बना निर्विवादित चैम्पियन - Punjab Times

उत्तराखण्ड में एसएफए चैम्पियनशिप्स में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज ‘स्पोर्ट्स में नंबर वन स्कूल’ के खिताब के साथ बना निर्विवादित चैम्पियन

  • उत्तराखण्ड में एसएफए चैम्पियनशिप्स के समापन के साथ हुई ‘स्पोर्ट्स में नंबर वन स्कूल’ की घोषणा
  • समापन समारोह के दौरान हर स्पोर्ट्स कैटेगरी में टॉप स्कूलों को किया गया सम्मानित
  • मेघा सिंह अग्रवाल और आदित्री भारद्वाज को गोल्डन गर्ल ट्रॉफी मिली, वहीं शौर्य चौधरी एवं आदि जैन दोनों को मिला गोल्डन ब्वॉय का खिताब

देहरादून। राजधानी देहरादून में जोश और उत्साह के बीच एसएफए चैम्पियनशिप्स के तीसरे संस्करण के ग्राण्ड फिनाले के साथ समापन समारोह का आयोजन हुआ। इस आयोजन ने शहर की अद्भुत खेल भावना का जश्न मनाया और खेल के क्षेत्र में नई प्रतिभा की पहचान की, जो आने वाले समय में खेलों के भविष्य में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए तैयार हैं। उत्तराखण्ड में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज को ‘स्पोर्ट्स में नंबर वन स्कूल’ के खिताब से नवाज़ा गया। ‘स्पोर्ट्स में नंबर वन स्कूल’ तक पहुंचने की महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज की यह यात्रा उनके समर्पण और दृढ़ विश्वास को दर्शाती है। टीम ने 427 पॉइन्ट्स के साथ इस ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाया, तथा 57 गोल्ड, 29 सिल्वर और 15 ब्रॉन्ज़ मैडल जीते। यह उपलब्धि प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को सशक्त बनाने तथा स्पोर्ट्स चैम्पियनों के भविष्य को आकार देने के महत्व पर ज़ोर देती है। इस साल आचार्यकुलम ने 220 पॉइन्ट्स के साथ उत्तराखण्ड की एसएफए चैम्पियनशिप्स में दूसरा स्थान हासिल किया, स्कूल ने 15 गोल्ड, 15 सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज़ मैडल अपने नाम किए। वहीं सेपियन्स स्कूल 212 पॉइन्ट्स के साथ तीसरे स्थान पर रहा, जिसने 28 गोल्ड, 12 सिल्वर और 12 ब्रॉन्ज़ मैडल जीते।
देहरादून के मेयर सुनील उनियाल ने छात्रों के विकास में खेलों की भूमिका तथा मजबूत खेल संस्कृति के निर्माण पर रोशनी डालते हुए कहा कि मैं एसएफए चैम्पियनशिप्स और इससे उत्पन्न हुए प्रभाव से बेहद प्रभावित हूं। इन चैम्पियनशिप्स ने खेल भावना को प्रोत्साहित किया है और उत्तराखण्ड को खेलों के मजबूत हब के रूप में स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त किया है। एसएफए का यह प्लेटफॉर्म सराहनीय है जो युवाओं को खेलों के एक समान अवसर प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाने में योगदान देता है और भारत को ग्लोबल स्पोर्ट्स पावरहाउस बनाने के लिए प्रयासरत है। स्कूल स्पोर्ट्स को प्राथमिकता देते हुए एसएफए चैम्पियनशिप्स ने युवा एथलीट्स के विकास को बढ़ावा दिया है और उन्हें भावी चैम्पियन्स बनने के लिए प्रोत्साहित किया है। एसएफए चैम्पियनशिप्स में ‘गोल्डन गर्ल’ और ‘गोल्डन ब्वॉय’ की घोषणा भी की गई। विभिन्न स्पोर्ट्स में हिस्सा लेकर पोडियम पॉज़िशन हासिल करने वाले एथलीट्स को इस खिताब से सम्मानित किया गया। पेस्टलवीड स्कूल ने मेघा सिंह अग्रवाल ने एथलेटिक्स एवं स्विमिंग में 6 मैडल (2 गोल्ड, 1 सिल्वर और 2 ब्रॉन्ज़) जीते और समर वैली स्कूल से आदित्री भारद्वाज ने टेबल टेनिस में 3 गोल्ड, 1 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज़ मैडल जीते, इन दोंनों को ‘गोल्डन गर्ल’ का खिताब मिला। इसी तरह ‘गोल्डन ब्वॉय’ का खिताब दो एथलीट्स को मिला- न्यू दून ब्लॉसम स्कूल से शौर्य चौधरी ने स्विमिंग (विभिन्न श्रेणियों) में 1 गोल्ड और 4 सिल्वर मेडल जीते तथा ऐन मैरी स्कूल से आदि जैन ने कैरम एवं स्पीडकबिंग में 2 गोल्ड जीते। इन दोनों को गोल्डन ब्वॉय का खिताब मिला।
एसएफए चैम्पियनशिप्स के दौरान प्रतिभागियों के जोश और उत्साह की सराहना करते हुए जीतेन्द्र सोनकर, डायरेक्टर ऑफ स्पोर्ट्स, उत्तराखण्ड ने कहा कि उत्तराखण्ड में एसएफए चैम्पियनशिप्स की बदलावकारी क्षमता को देखकर मैं बेहद खुश हूं। पिछले 11 दिनों के दौरान हमें एथलीट्स का ज़बरदस्त उत्साह देखने को मिला। चैम्पियनशिप्स ने उनमें टीमवर्क, दृढ़ इरादे और लीडरशिप जैसे गुणों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, इसने हज़ारों युवा एथलीट्स को विभिन्न खेलों में एक्सपोज़र दिया, उन्हें उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मंच उपलब्ध कराया। इन युवा एथलीट्स द्वारा दर्शाया गया समर्पण और उत्साह सही मायनों में सराहनीय है, जिन्होंने अगले साल के लिए बेंचमार्क स्थापित किए हैं। यह चैम्पियनशिप्स हमारे खेल कैलेंडर का अभिन्न हिस्सा बन चुकी हैं और हम विभिन्न आयु वर्गों में खेलों के क्षेत्र में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। तीसरे एसएफए चैम्पियनशिप्स के ग्राण्ड फिनाले ने युवा एथलीट्स की प्रतिभा को दर्शाया, जिन्होंने 11 दिनों के दौरान विभिन्न श्रेणियों में 4000 से अधिक मैच खेले।
महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बॉक्सिंग, जूडो, वॉलीबॉल में चैम्पियन बना, वहीं आचार्यकुलम चैस, हैण्डबॉल, कबड्डी, स्केटिंग और योगासन में चैम्पियन बना। कैरम, फेंसिंग और शूटिंग में सोशल बलूनी स्कूल ने शानदार प्रदर्शन किया। वहीं स्विमिंग में इकोले ग्लोबल इंटरनेशनल स्कूल सबसे आगे रहा। शिवालिक एकेडमी कराटे चैम्पियन बना, जबकि सेंट मैरी सैकण्डरी स्कूल के खिलाड़ियों ने बास्केटबॉल मैचों में शानदार प्रदर्शन किया। कैरम में सुभाष चन्द्र बोस एकेडमी नंबर वन स्कूल रहा तथा स्पीडकबिंग में सेपिएन्स स्कूल ने पहला स्थान हासिल किया। एसएफए चैम्पियनशिप्स ने टॉप एथलीट्स की पहचान की, जिन्होंने असाधारण प्रतिभा और समर्पण का प्रदर्शन किया। इन युवा एथलीट्स ने उत्तराखण्ड का प्रतिनिधित्व करते हुए नेशनल और इंटरनेशनल मंच पर अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है। उत्तराखण्ड में एसएफए चैम्पियनशिप्स के तीसरे संस्करण ने युवा एथलीट्स के उज्जवल भविष्य के बीज बोएं हैं और उन्हें खेलों की दुनिया में यादगार यात्रा की शुरूआत के लिए प्रेरित किया है।
हर स्कूल के परफोर्मेन्स और हर खेल के विजेताओं की अंतिम सूची www.sfaplay.com पर उपलब्ध हैं। रियल टाईम अपडेट्स, हाईलाईट्स और एक्सक्लुज़िव बिहाइंड-द-सीन मोमेन्ट्स के लिए हमारे सोशल मीडिया चैनलों को फॉलों करें- Facebook, Instagram, Twitter

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *