मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ ने डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को दी श्रद्धांजलि,बोले- कश्मीर आज भारत का हिस्सा है, तो यह उनके संघर्ष और बलिदान के कारण - Punjab Times

मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ ने डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को दी श्रद्धांजलि,बोले- कश्मीर आज भारत का हिस्सा है, तो यह उनके संघर्ष और बलिदान के कारण

लखनऊ, मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ ने डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्‍हें श्रद्धांजलि दी। मुख्‍यमंत्री ने कहा क‍ि वे एक महान शिक्षक थे, एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया था। अगर कश्मीर आज भारत का हिस्सा है, तो यह उनके संघर्ष और बलिदान के कारण है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती के अवसर पर मैं प्रदेश शासन की तरफ से भारत माता के इस सपूत को उनकी सेवाओं के लिए कोटि कोटि नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। वे महान शिक्षाविद, स्वतंत्रता सेनानी, वरिष्ठ समाजसेवी थे।

मुख्‍यमंत्री बोले कश्मीर अगर आज भारत का हिस्सा है तो उसके पीछे श्यामा प्रसाद मुखर्जी का संघर्ष और बलिदान है। उन्होंने आजाद भारत में नारा दिया कि एक देश में 2 प्रधान, 2 विधान और 2 निशान नहीं चलेंगे। उस सपनें को पीएम मोदी के नेतृत्व में पूरा करने में मदद मिली है।

मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ ने ट्वीट कर कहा क‍ि, ‘महान राष्ट्रभक्त, जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष, हम सभी के पथ-प्रदर्शक श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन। उन्होंने ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे’ का उद्घोष कर भारत की एकता व अखंडता की अक्षुण्णता को प्रखर स्वर प्रदान किया

उपमुख्‍यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर उन्‍हें श्रद्धांजलि दी। ड‍िप्‍टी सीएम केशव मौर्य ने कहा क‍ि,’ राष्‍ट्रीय एकता, अखण्‍डता व संप्रभूता के लिए अपने प्राण न्‍योछावर करने वाले, भारतीय जनसंघ के संस्थापक एवं सिद्धांतवादी राजनीतिज्ञ परम श्रद्धेय डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी की जयंती पर उन्हें शत्-शत् नमन।

उप मुख्‍यमंत्री ब्रजेश पाठक ने भी डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्‍होंने कहा क‍ि महान देशभक्त मानवता के उपासक, प्रखर राष्ट्रवादी भारतीय जनसंघ के संस्थापक डा. श्यामा_प्रसाद_मुखर्जी जी की जयंती पर शत शत नमन।

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