महिला किसान यूनियन द्वारा पंजाब के पेंशनभोगियों पर लगाए गए ‘जजिया’ रुपी कर की निंदा
महिला किसान यूनियन द्वारा पंजाब के पेंशनभोगियों पर लगाए गए ‘जजिया’ रुपी कर की निंदा
*मान सरकार प्रचार पर फिजूलखर्ची कम करे और तुरंत टैक्स वापस ले : बीबा राजविंदर कौर राजू*
जालंधर
संयुक्त किसान मोर्चा की सदस्य महिला किसान यूनियन ने पंजाब सरकार द्वारा मासिक विकास कर लगाने के फैसले की कड़ी निंदा करते हुए कहा है की इससे सेवानिवृत्त कर्मचारियों पर वित्तीय बोझ पड़ेगा, जिन्होंने अपना जीवन सार्वजनिक सेवा को समर्पित किया और वह गरिमामय सेवानिवृत्ति अवधि के हकदार हैं।
महिला किसान यूनियन की अध्यक्ष बीबा राजविंदर कौर राजू ने एक बयान में आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा अतीत में और रोज़ाना किए जा रहे बड़े दावों और गारंटीओं के बावजूद सरकार की मौजूदा गलत प्राथमिकताओं पर गहरी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस टैक्स के कारण पेंशनभोगियों पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ेगा जबकि भगवंत मान सरकार अपने झूठे प्रचार, अनावश्यक प्रचार साधनों और गैर-विकास कार्यों पर पिछली सरकारों की तुलना में दस गुना अधिक खर्च कर रही है।
महिला किसान यूनियन नेता ने कहा कि कर्मचारियों के लंबे समय से चले आ रहे आंदोलन के बावजूद राज्य सरकार केंद्रीय वेतन आयोग की सिफारिशों की तुलना में अपने कर्मचारियों के वेतन और भत्ते बढ़ाने के अपने दायित्वों और गारंटीओं को पूरा करने में पूरी तरह से विफल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘आप’ सरकार पेंशनभोगियों को जनवरी 2016 से संशोधित वेतनमान और अवकाश भुगतान का बकाया देने के बजाय उन्हें उनकी वैध पेंशन से वंचित करने पर तुली हुई है।
महिला किसान यूनियन ने राज्य के सभी कर्मचारियों, पेंशनभोगियों, सामाजिक संगठनों और आम जनता से इस अन्यायपूर्ण कर का विरोध करने का आह्वान करते हुए पेंशनभोगियों पर 200 रुपये मासिक कर को तत्काल वापस लेने की मांग की है।