पंजाब के गाँवों को शहरी स्तर की सहूलतें देना, मान सरकार की प्राथमिकता : कुलदीप सिंह धालीवाल
पंजाब
पंजाब के गाँवों को शहरी स्तर की सहूलतें देना, मान सरकार की प्राथमिकता : कुलदीप सिंह धालीवाल
कहा, सरपंच और गाँव वासी राजनीति और धड़ेबन्दियों से ऊपर उठ कर करें गाँव का विकास
ग्राम सभा के खरीफ आम सत्र के अंतर्गत ‘मेरा पिंड मेरी रूह’ मुहिम का किया आग़ाज़
पंचायती राज के चुने हुए प्रतिनिधियों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण प्रोग्राम शुरू
चंडीगढ़………..‘‘पंजाब के गाँवों को शहरी स्तर की सहूलतें देना मुख्यमंत्री स. भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की प्राथमिकता है और राज्य के पंच/सरपंच और गाँव वासी राजनीति और धड़ेबन्दियों से ऊपर उठ कर गाँव का विकास करना यकीनी बनाएं।’’ यह प्रगटावा पंजाब के ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री स. कुलदीप सिंह धालीवाल ने आज विकास भवन एस. ए. एस नगर में यहाँ खरीफ आम सत्र और पंचायती राज के चुने हुए प्रतिनिधियों के लिए विशेष दो दिवसीय प्रशिक्षण प्रोग्राम की शुरुआत करने के मौके पर किया।
स. धालीवाल ने ग्राम सभा के खरीफ आम सत्र के अंतर्गत ‘ मेरा पिंड मेरी रूह’ मुहिम का आग़ाज़ करते हुये कहा कि गाँव वासी और चुने हुए प्रतिनिधि यह स्वयं तय करें कि उन्होंने अपने गाँव में क्या-क्या विकास करना है। उन्होंने बताया कि आम सत्र एक वर्ष में दो बार रबी (जून) और खरीफ (दिसंबर) में करवाया जाना ज़रूरी है, जिसमें ग्राम सभा अपनी ग्राम पंचायत की अगले वित्तीय साल के लिए आय और ख़र्च सम्बन्धी बजट अनुमान और अगले साल वित्तीय साल के लिए विकास प्रोग्राम की सालाना योजना पास करती है। उन्होंने जानकारी दी कि विभाग एक विशेष कंट्रोल रूम भी स्थापित करने जा रहा है, जिसके द्वारा पंचों/सरपंचों को उनके गाँव की ग्रांट ख़र्च करने और बकाया पड़ी रकम और अन्य जानकारियां मोबाइल फ़ोन के द्वारा मुहैया करवाई जाएंगी।
स. धालीवाल ने दुख प्रकट करते हुये कहा कि आम सत्र की महत्ता को पिछली सरकारों ने नहीं समझा और ग्राम सभाओं को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि सरपंच चाहे किसी भी राजनैतिक पक्ष के साथ जुड़ा हो, मान सरकार गाँवों का विकास करना चाहती है। उन्होंने कहा कि विभाग ने पिछले लगभग 8 महीनों के दौरान 10 हज़ार एकड़ से अधिक पंचायती ज़मीनों पर किये नाजायज कब्जों को मुक्त करवाया है और यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी और पंचायतों की तरफ से खर्च किए जा रही राशि का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
स. धालीवाल ने इस मौके पर पंचायती राज के चुने हुए प्रतिनिधियों, अधिकारियों और कर्मचारियों, लाईन विभागों के कर्मचारियों, एस. एच. जी. के सदस्यों, आंगनवाड़ी वर्करों और आशा वर्करों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण प्रोग्राम का आग़ाज़ भी किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की तरफ से टिकाऊ विकास लक्ष्यों को 9 थिमेटिक क्षेत्रों में बाँट कर गाँवों के विकास पर ज़ोर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन 9 थीमों में ग़रीबी मुक्त और उन्नत आजीविका वाला पिंड, सेहतमंद पिंड, बाल मित्र पिंड, पानी भरपूर पिंड, स्वच्छ और हरा भरा पिंड, स्वै-निर्भर बुनियादी ढांचे वाला पिंड, समाजिक न्याय और सामाजिक तौर पर सुरक्षित पिंड, चंग्गे प्रशासन वाला पिंड और महिलाओं के अनकुल पिंड आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य भर में ब्लाक स्तर पर अलग-अलग दिनों के दौरान दो दिवसीय प्रशिक्षण प्रोग्राम आयोजित किये जाएंगे, जिसमें सरपंचों और पंचों को उनके अधिकारों संबंधी, विकास के लिए अलग-अलग स्कीमों के बारे बताया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण प्रोग्राम के दौरान गाँवों के विकास के लिए अलग-अलग स्कीमों के बारे विस्तार में जानकारी दी जायेगी, जिससे सरपंच और पंच अपने गाँवों में विकास की नयी इबारत लिख सकेंगे।
इस मौके पर डायरैक्टर ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग स. गुरप्रीत सिंह खैहरा, ज्वाइंट डिवैल्पमैंट कमिशनर श्री अमित कुमार, ज्वाइंट डायरैक्टर श्री संजीव गर्ग, डिप्टी डायरैक्टर जतिन्दर सिंह बराड़, एस. आई. डी. आर. के स्टेट रिसोर्स पर्सन ट्रेनिंग स. गबरमेल सिंह ढिल्लों के इलावा बड़ी संख्या में पंच और सरपंच उपस्थित थे। इससे बड़ी संख्या में राज्य भर के ब्लाकों के बी. डी. पी. ओज़, पंचायत सचिव और पंजाब भर के पंच और सरपंच वीडियो कान्फ्रेंसिंग के द्वारा शामिल थे।