पंजाब सरकार नेत्रहीनों की जायज़ मांगों को हमदर्दी से विचारेगी
पंजाब
कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ई. टी. ओ. ने नेशनल फेडरेशन ऑफ की ब्लाइंड और ब्लाइंड परसनज़ एसोसिएशन के नुमायंदों के साथ की मुलाकात
चंडीगढ़…….पंजाब के मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य के नेत्रहीनों की जायज़ माँगों का जल्द ही हमदर्दी से विचार करके उनका हल करेगी। पंजाब के लोक निर्माण और बिजली मंत्री स. हरभजन सिंह ने पंजाब सरकार की तरफ से नेशनल फेडरेशन आफ दी ब्लाइंड, पंजाब ब्रांच और ब्लाइंड परसनज़ एसोसिएशन के साथ मीटिंग करने बाद में यह प्रगटावा किया। स. ई. टी. ओ. ने मुख्यमंत्री के कुछ ज़रूरी व्यस्तताओं के कारण इस मीटिंग की अध्यक्षता की।
स. ई. टी. ओ. ने बताया कि नेत्रहीनों की पंजाब के अलग-अलग विभागों में बैकलॉग कोटे के अंतर्गत पड़े खाली पदों को भरने, अपंग कर्मचारियों को दिया जाता स्पेशल अलाऊंस फिर लागू करने, अलग-अलग विभागों में अंगहीनों को पदोन्नत करने, शिक्षा विभाग में काम कर रहे तबला इंस्ट्रक्टरों के ग्रेड पे पर विचार करने, नेत्रहीन खिलाड़ियों को आम खिलाड़ियों की तरह सहूलतें मुहैया करवाने, अपंग पैंशन में विस्तार करने, नेत्रहीनों के लिए चलाए जा रहे सरकारी स्कूल, जमालपुर में स्टाफ और अन्य सहूलतें बढ़ाने, अपंग लड़कियों के लिए शगुन स्कीम, मनरेगा स्कीम में आरक्षण, पंजाब के निवासी नेत्रहीनों को भर्ती के समय डोमीसाईल के आधार पर नौकरी देने, दिव्यांगजनों की भलाई के लिए कमिश्नर डिसएबिलटी की नियुक्ति करने और कई अन्य माँगों पर विचार-विमर्श किया गया।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार राज्य का सर्वपक्षीय विकास करने के लिए वचनबद्ध है और राज्य के नेत्रहीन बहनों /भाईयों का अच्छा जीवन निर्वाह करना भी पंजाब सरकार की वचनबद्धता में शामिल है। उन्होंने बताया कि दोनों ऐसोसीएशनों ने जो भी जायज़ माँगें राज्य सरकार से हैं, को मुख्यमंत्री, पंजाब स. भगवंत सिंह मान और सामाजिक सुरक्षा विभाग के मंत्री डॉ. बलजीत कौर के ध्यान में लाया जायेगा और इनका जल्द हल किया जायेगा।
मीटिंग में अतिरिक्त मुख्य सचिव सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास किरपा शंकर सरोज, सचिव परसोनल रजत अग्रवाल, विशेष सचिव वित्त मोहित तिवारी, डायरैक्टर सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक विभाग राज बहादर सिंह, उप सचिव मुख्यमंत्री दफ़्तर नवराज सिंह बराड़, डायरैक्टर सामाजिक सुरक्षा और महिला एवं बाल विकास अरविन्दरपाल सिंह संधू आदि उपस्थित थे।
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