सर्द मौसम में धरना-प्रदर्शन करने को विवश हैं बेरोजगार युवा और महिलाएं: भावना पांडे
देहरादून। जनता कैबिनेट पार्टी की केंद्रीय अध्यक्ष एवँ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने देहरादून में कांग्रेस द्वारा आयोजित की गई राहुल गांधी की रैली को लेकर कईं सवाल खड़े किए हैं। मीडिया को जारी अपने एक बयान में उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए।
भावना पांडे ने कहा कि देहरादून के परेड मैदान में आयोजित की गई राहुल गाँधी की रैली के लिए स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने किराए की भीड़ जुटाई। उन्होंने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तराखंड कांग्रेस के नेता पड़ोसी राज्यों उत्तरप्रदेश, हरियाणा और हिमाचल से रुपये देकर लोगों को इस रैली में लेकर आये।
उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि उत्तराखंड की जनता कांग्रेस को सिरे से नकार चुकी है, यही वजह है कि राज्य के नेताओं को भीड़ इकट्ठा करने के लिए पड़ोसी राज्यों से लोग किराए पर लाने पड़ रहे हैं।
भावना पांडे ने कहा कि उत्तराखंड के कांग्रेस नेताओं को उनकी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने आदेश दिया था कि जो नेता इस रैली में अधिक भीड़ जुटाएगा और शक्ति प्रदर्शन करेगा, विधानसभा चुनाव में उसी को टिकट दिया जाएगा। इसी वजह से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से चार-चार दावेदार किराए की भीड़ लेकर आये।
उन्होंने कहा कि इस रैली के दौरान कांग्रेस पार्टी ने करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा दिये। बड़े ही दुख की बात है कि कांग्रेस फिजूलखर्ची तो कर सकती है मगर कोरोना काल में जब लोगों को मदद की जरूरत थी तो इनके नेता कहीं नजर नहीं आये। उन्होंने कहा कि यदि कोविड काल में कांग्रेस नेताओं ने काम किया होता और जरूरतमंद लोगों की मदद की होती तो आज किराए की भीड़ जुटाने की जरुरत न पड़ती।
वहीं बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए भावना पांडे ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। इन दोनों दलों की नीतियों में कोई अंतर नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले 21 वर्षों में बीजेपी और कांग्रेस ने बारी-बारी उत्तराखंड की जो दुर्दशा की है वो किसी से छिपी नहीं है।
उन्होंने कहा कि चाहे भाजपा की सरकार हो या कांग्रेस की, दोनों के ही कार्यकाल में उत्तराखंड की जनता ने बस तकलीफें ही झेली हैं। पहले कांग्रेस और अब बीजेपी के राज में जनता दुखी हैं। चाहे आशा कार्यकत्रियां हों, पाटनदायी महिलाएं हों, पीआरडी जवान हों या फिर बेरोजगार फार्मासिस्ट युवा हो तमाम आंदोलनकारी आज अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं।
भावना पांडे ने पाटनदाइयों की पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखंड के दूरदराज के क्षेत्रों से देहरादून पहुंची कईं पाटनदायी महिलाएं अपनी मांगों को लेकर गाँधी पार्क के बाहर धरना दे रही हैं। इन महिलाओं का कहना है कि हमारे हाथों से जन्मे बच्चे आज बड़े होकर देश की सेवा में जुट गए मगर कईं वर्षों से आज भी इन्हें 400 रुपये मेहनताना ही दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार पीआरडी जवान एवँ अन्य आंदोलकारी भी इस सर्द मौसम में धरना-प्रदर्शन करने को विवश हैं किंतु राज्य सरकार को इनपर जरा भी तरस नहीं आ रहा है। वाकई ये बड़े दुर्भाग्य की बात है कि उत्तराखंड के युवाओं और महिलाओं को आज अपने हक़ के लिये भी आंदोलन करना पड़ रहा है।
भावना पांडे ने कहा कि बस अब बहुत हुआ अत्याचार, अब समय आ गया है जब उत्तराखंड की महिलाएं और युवा अपने ऊपर किये जा रहे हर ज़ुल्म का हिसाब लेंगे। आने वाले विधानसभा चुनाव में यही महिलाएं और युवा बीजेपी और कांग्रेस को उत्तराखंड की सियासत से बाहर करेंगे।