राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने उठाया बड़ा सवाल, पूछा- आखिर कहाँ है न्याय
देहरादून। राज्य आंदोलनकारी, जनता कैबिनेट पार्टी की केंद्रीय अध्यक्ष एवँ उत्तराखंड की बेटी भावना पांडे लगातार आंदोलनकारियों के धरने व प्रदर्शन को अपना समर्थन देती आईं हैं। बीते रोज़ भी वे पांच आंदोलनों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराते हुए मौके पर डटी रहीं। कहना न होगा कि वे आज आंदोलनकारी युवाओं व महिलाओं की एक बड़ी आवाज़ बन चुकी हैं।
आपको बता दें कि जनता कैनिबेट पार्टी की मुखिया भावना पांडे बीते काफी समय से देहरादून में चल रहे धरने व प्रदर्शनों में शामिल होकर आंदोलनकारी युवाओं व महिलाओं का समर्थन कर उनका हौंसला बढ़ाती आईं हैं।
भावना पांडे का कहना है कि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बीते काफी समय से कईं आंदोलनकारी महिलाएं व युवा अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं व अनशन कर रहे हैं, किंतु राज्य सरकार को इनकी जरा भी फिक्र नहीं है। सरकार का कोई भी नुमाइंदा इनकी सुध लेना मुनासिब नहीं समझता।
लेकिन जब ये आंदोलनकारी अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास या सचिवालय की ओर कूच करते हैं तो सरकार द्वारा इनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया जाता है और इन प्रदर्शनकारियों को जबरन खदेड़ा जाता है एवँ गिरफ्तार किया जाता है।
भावना पांडे ने सरकार से बड़ा प्रश्न पूछते हुए कहा कि आखिर ये कहाँ का न्याय है कि अपने हक़ की आवाज़ उठाने वाले मासूम नौजवानों एवँ महिलाओं पर आप अत्याचार करते हो एवँ लाठी-डंडों का प्रयोग कर इन्हें हिरासत में लेते हो। क्या सरकार के भीतर जरा सी भी मानवता नहीं बची है।
उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भी ऐसा ही अन्याय होता आया है और अब भाजपा सरकार भी ये ही पुनरावृत्ति कर रही है। उन्होंने भाजपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि दरअसल ये दोनों दल एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं। जिनका काम बारी-बारी उत्तराखंड की जनता को मूर्ख बनाना मात्र है।
भावना पांडे ने हुंकार भरते हुए व भाजपा-कांग्रेस को चेताते हुए कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव में राज्य के बेरोजगार युवा एवँ मातृशक्ति इन मतलबी दलों को सबक सिखाएंगे। उन्होंने कहा कि इस बार राज्य की जनता बड़ा परिवर्तन कर भाजपा और कांग्रेस के कर्मों का हिसाब करेगी।