मीत हेयर द्वारा हवा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए सभी को एकजुट होने का न्योता - Punjab Times

मीत हेयर द्वारा हवा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए सभी को एकजुट होने का न्योता

पंजाब

‘‘हमारा फर्ज बनता है कि हमारी आने वाली पीढिय़ाँ साफ़ हवा और नीले आसमान में साँस ले सकें’’

पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ‘नीले आसमान के लिए साफ़ हवा संबंधी अंतरराष्ट्रीय दिवस’ के अवसर पर करवाया राज्य स्तरीय समारोह

साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर, 7 सितम्बर:

पंजाब के पर्यावरण और विज्ञान प्रौद्यौगिकी मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने बुधवार को हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए सभी को एकजुट होने का न्योता दिया, जिससे आने वाली पीढिय़ाँ 2030 तक सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए साफ़ हवा और नीले आसमान में साँस ले सकें।

मीत हेयर ने यह बात पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा ऐमिटी यूनिवर्सिटी मोहाली में ‘नीले आसमान के लिए साफ़ हवा संबंधी अंतरराष्ट्रीय दिवस’ के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित करते हुए कही। इस मौके पर पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और आई.आई.टी. नई दिल्ली के बीच आपसी सहमति का समझौता (एम.ओ.यू.) पर दस्तखत हुए। इस मौके पर पर्यावरण मंत्री द्वारा कैंपस में पौधा भी लगाया गया।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व अधीन राज्य सरकार द्वारा पर्यावरण की देखभाल के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। सरकारी शैक्षिक संस्थानों में सोलर पैनल लगाने के लिए फंड रखा गया है। एक बार प्रयोग वाले प्लास्टिक पर पूर्ण रूप से पाबंदी से औद्योगिक प्रदूषण को रोक लगाने और बूड्ढ़ा नाले की सफ़ाई समेत अन्य कई प्रोजैक्ट शुरू किए हैं। पर्यावरण की रक्षा हम सबकी साझी जि़म्मेदारी बनती है।

मीत हेयर ने उदाहरण देते हुए कहा कि लॉकडाउन के समय नीला आसमान और पंजाब के शहरों से शिवालिक और धौलधार पहाडिय़ों की रेंज साफ़ दिखाई देने लग गई थी। हमारा लक्ष्य आम दिनों में भी ऐसा माहौल सृजन करने का है। कोविड के समय ऑक्सीजन की ज़रूरत और महत्ता का पता लगा, जो हमें कुदरत मुफ़्त देती है। उन्होंने कहा कि विदेशी मुल्कों में चाहे औद्योगिक विकास बहुत पहले आया परन्तु वहां साफ़-सुथरा पर्यावरण हमसे बढिय़ा है। उन्होंने कहा कि हमें तो हमारे गुरू साहिबान द्वारा हवा, पानी और धरती की महत्ता संबंधी उपदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि आज के समय जलवायु परिवर्तन मुख्य मुद्दा है और हम एक निर्णायक पल पर खड़े हैं। पिछले समय में जलवायु परिवर्तन के बड़े विकसित देशों में भी बुरे प्रभाव देखने को मिले। उन्होंने कहा कि उद्योग भी विकास के लिए ज़रूरी है, परन्तु पर्यावरण के साथ कोई खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उद्योग को समान अवसर दे रही है और किसी ही उद्यमी के साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा और कानून सभी के लिए बराबर है।

पर्यावरण मंत्री ने कहा कि यह दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा 7 सितम्बर 2020 को हवा की गुणवत्ता में सुधार लाने और वायु प्रदूषण को घटाने के लिए अंतरराष्ट्रीय संबंधों को मज़बूत करने के लिए तय किया गया था। इस साल का विषय ‘‘हवा जो हम साझी करते हैं’’ वायु प्रदूषण की अंतरराष्ट्रीय प्रकृति पर केंद्रित है जिससे सामुहिक जवाबदेही और कार्यवाही की ज़रूरत पर ज़ोर दिया गया है।

वायु प्रदूषण को सेहत के लिए विश्वव्यापी संकट बताते हुए मीत हेयर ने अफ़सोस प्रकट किया कि प्रदूषित हवा धरती के 99 प्रतिशत लोगों को प्रभावित करती है और दुनिया भर में लगभग 70 लाख लोगों की मौत का कारण बनती है। उन्होंने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा, ‘‘आप हमारा भविष्य हो और आपके लिए ही हम साफ़ पर्यावरण छोडक़र जाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।’’

पर्यावरण मंत्री ने कहा कि शुद्ध हवा धरती पर मानव जीवन की होंद के लिए सबसे महत्वपूर्ण तत्वों में से एक है। उन्होंने आगे कहा कि यह सरकारें, नीति निर्माताओं, उद्योगों, निजी संस्थाओं और सभी व्यक्तियों की सामुहिक जि़म्मेदारी है कि वह हवा की गुणवत्ता को बेहतर बनाएं और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए प्रयास करें।

मीत हेयर ने कहा कि राज्य सरकार अलग-अलग हितधारकों की शमूलियत के साथ अलग-अलग गतिविधियां चला रही है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र और औद्योगिक क्षेत्र भी तेज़ी से बदलाव ला सकते हैं और हवा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए स्थायी हल प्रदान कर सकते हैं। पिछले दशक में नवीनता और सरकारी सहायता के द्वारा संचालित इलैक्ट्रिकल वाहनों की तरफ विश्व भर के लोगों का रुझान बढ़ता नजऱ आया है। इसके साथ ही वह अवशेष को अलग और रीसाईकल कर सकते हैं, प्रयोग में न होने पर लाईटों और इलेक्ट्रॉनिक समान बंद करके ऊर्जा बचा सकते हैं, उच्च ऊर्जा-कुशलता रेटिंगों वाले उपकरणों का प्रयोग कर सकते हैं, अन्य ईंधन से चलने वाले वाहनों की बजाय ई-वाहनों को प्राथमिकता दे सकते हैं और घरों की छत पर सोलर सिस्टम लगा सकते हैं।

इस मौके पर डेराबस्सी से विधायक कुलजीत सिंह रंधावा ने संबोधित करते हुए इस प्रयास की सराहना करते हुए पर्यावरण की देखभाल का न्योता दिया। इस मौके पर पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन प्रो आदर्श पाल विग, मैंबर सचिव इंजीनियर करुनेश गर्ग, ऐमिटी यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. रविन्दर कोहली ने भी संबोधन किया। आई.आई.टी. दिल्ली से डॉ. हर्षा कोटा और केंद्रीय यूनिवर्सिटी जम्मू से डॉ. श्वेता यादव ने कुंजीवत भाषण दिया।

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