बलबीर सिंह सीनियर का खेल जीवन आने वाली पीढिय़ों के लिए प्रेरणादायक रहेगा: मीत हेयर
पंजाब
खेल मंत्री ने लंदन ओलम्पिक्स के स्वर्ण पदक जीतने की 74वीं वर्षगाँठ महान हॉकी खिलाड़ी के परिवार के साथ साझा की
चंडीगढ़………महान हॉकी खिलाड़ी बलबीर सिंह सीनियर का समूचा खेल जीवन आने वाली पीढिय़ों ख़ासकर नौजवान खिलाडिय़ों के लिए सदा प्रेरणादायक रहेगा। यह बात खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने लंदन ओलम्पिक खेल 1948 में भारतीय हॉकी टीम द्वारा जीते गए स्वर्ण पदक की 74वीं वर्षगाँठ उस टीम के अहम मैंबर रहे बलबीर सिंह सीनियर के यहाँ सैक्टर 36 स्थित परिवार के साथ उनके निवास पर बात करते हुए कही।
खेल मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पंजाब में फिर खेल का माहौल सृजन करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है और इस दिशा में पंजाब के बड़े नामी खिलाडिय़ों के जीवन और उनकी उपलब्धियों को नौजवानों के लिए प्रेरणा-स्रोत बनाया जा रहा है। खेल विभाग खेल मुकाबलों में विजेता टीमों को सम्बन्धित खेल के महान खिलाडिय़ों के नाम पर ट्रॉफियाँ देने पर विचार कर रही है। पंजाब सरकार द्वारा बलबीर सिंह सीनियर को भारत रत्न देने के लिए केंद्र सरकार के पास सिफ़ारिश करेंगे।
श्री मीत हेयर कहा कि 1947 में देश के आज़ाद होने के उपरांत 1948 में लंदन ओलम्पिक खेल में पहली बार आज़ाद भारत की हॉकी टीम ने स्वर्ण पदक जीता और पहली बार तिरंगा झंडा ओलम्पिक्स में लहराया गया और उस देश में लहराया जिसने भारत पर 200 साल से अधिक राज किया। बलबीर सिंह सीनियर का इस जीत में बड़ा योगदान था और उसके बाद भी दो ओलम्पिक्स में स्वर्ण पदक जीतकर गोल्डन हैट्रिक पूरी की।
खेल मंत्री ने बलबीर सिंह सीनियर की बेटी सुशबीर कौर और पोते कबीर सिंह को बधाई देते हुए महान खिलाड़ी के साथ जुड़ी यादें साझा की। उन्होंने परिवार को बताया कि अगले साल लंदन ओलम्पिक्स के स्वर्ण पदक जीतने के 75 साल पूरे होने पर समारोह करवाया जाएगा।
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