टैग लगे हुए पशुओं को खुला छोड़ने पर होंगे चालान-उपायुक्त
हिमाचल
जिला में कॉव सेंचुरी बनाये के लिए प्रस्ताव तैयार करे वन विभाग
निराश्रित पशुओं के पुनर्वास का मासिक डाटा होगा तैयार
नाहन
उपायुक्त सिरमौर आर.के. गौतम ने कहा कि सिरमौर जिला में निराश्रित पशुओं (आवारा मवेशी) के पुनर्वास का मासिक डाटा तैयार किया जाएगा ताकि जिला में चल रहे पुनर्वास कार्य की सही जानकारी हासिल की जा सके। उन्होंने पशुपालन विभाग को पंचायतों के साथ मिलकर निराश्रित पशुओं के पुनर्वास के लिए और अधिक सघनता और गंभीरता से कार्य करने के लिए स्वयं सेवी संस्थाओं और स्वयं सहायता समूहों का सहयोग लेने के लिए भी कहा।
उपायुक्त आर.के. गौतम सोमवार को निराश्रित पशुओं के पुर्नवास के सम्बन्ध में नाहन में त्रैमासिक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
उपायुक्त ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला में चार-पांच ऐसे स्थलों का चयन करें जहां पर कॉव संचुरी (गौ-अभ्यारण) बनाई जा सके। उन्होंने कहा कि इन कॉव सेंचुरी के बनने से मवेशियों को खुले वातावरण में भोजन और पानी उपलब्ध रहेगा। उन्होंने कहा कि कॉव सेंचुरी के लिए वन विभाग को आवश्यकतानुसार बजट भी प्रदान किया जाएगा।
आर.के. गौतम ने कहा कि जिला मे ंवर्तमान में करीब 14 गौ-सदनों में निराश्रित मवेशियों का पुनर्वास किया गया है और इन गौ-सदनों की संख्या बढ़़ाए जाने की जरूरत है। उपायुक्त ने गौसदनों के लिए सभी पंचायतों को पंचायत स्तर पर कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए प्रत्येक पंचायत को 15वें वित्तायोग के तहत धनराशि भी प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि निराश्रित पशुओं के पुनर्वास की जिम्मेवारी पंचायतों की भी है और हर पंचायत को अपनी इस को जिम्मेवारी निभाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि टैग लगे हुए ऐसे सभी पशुओं के मालिकों का चालान किया जाए जिनके पशु लंबे समय से क्षेत्र में आवारा घूम रहे हैं। उन्होंने नगर परिषद, पशुपालन और पुलिस विभाग को शहरी क्षेत्रो में निरा़श्रत पशुओं का चालान अभियान चलाने के निर्देश भी दिए।
उपायुक्त ने नाहन शहर के स्लॉटर हाउस को ठीक प्रकार से संचालित करने के निर्देश भी नगर परिषद को दिए। उन्होंने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य और स्वच्छता को देखते हुए इस कार्य में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और कानूनी रूप से भी यह अनिर्वाय कार्य है। उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए पशुपालन, पुलिस, फूड इंस्टपेक्टर की संयुक्त टीम की देखरेख में यह कार्य करने के निर्देश दिए।
उन्होंने नाहन शहर में बंदरों के उत्पात को देखते हुए बंदर पकड़ने के अभियान को जारी रखने के निर्देश भी दिए। उन्होंने आवारा कुत्तों की नसबंदी के कार्य को भी शीघ्र आरम्भ करने के लिए कहा।
उपायुक्त ने नाहन शहर में कचरे के सही निस्तारण के लिए और अधिक प्रयास करने के लिए भी नगर परिषद को निर्देश दिए।
उप निदेशक पशुपालन सिरमौर डा. नीरू शबमन ने इस अवसर पर शिलाई और कमरऊ में गौसदन के संचालन का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में गौ-सदन न होने के कारण निराश्रित पशुओं के पुनर्वास में बाधा आ रही है।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त मनेश कुमार यादव, जिला राजस्व अधिकमारी चेतन चौहान विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं विभिन्न खंडों के खंड विकास अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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