एड्स से जुड़े भेदभाव को मिटाएं लोग : चेतन सिंह जोड़ामाजरा
पंजाब
एड्स से जुड़े भेदभाव को मिटाएं लोग : चेतन सिंह जोड़ामाजरा
जागरूकता ही एचआईवी का इलाज है। के प्रसार को नियंत्रित करने की कुंजी: चेतन सिंह जोड़ामाजरा
मोहाली/चंडीगढ़……..पंजाब स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग पंजाब ने किसान विकास चैंबर में विश्व एड्स दिवस संबंधी राज्य स्तरीय समारोह करवाया। यह समारोह पंजाब के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री, पंजाब स. चेतन सिंह जोड़ामाजरा की अध्यक्षता में करवाया गया। इस दौरान स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री, पंजाब स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने कहा कि विश्व भर में हर साल एक दिसंबर को विश्व एड्स दिवस एक नए उद्देश्य के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष का थीम है: “बराबरी”। सभी को समानता के साथ जीवन जीने का अधिकार है। इस लिए हम सभी को उन असमानताओं को समाप्त करने की आवश्यकता है, जो एड्स को रोकना कठिन बनाती हैं।
स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने कहा कि एच.आई.वी. एक ऐसा वायरस है, जो आम जनता को तब तक प्रभावित नहीं करता, जब तक कोई व्यक्ति किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में नहीं आता। भारत में एच.आई.वी. का पहला मामला 1986 में सामने आया था और उस समय कोई भी सोच नहीं सकता था कि यह बीमारी विश्व के लिए एक बड़ी समस्या बन जाएगी। आज यह बिमारी एच.आई.वी. से ग्रस्त मरीजों के लिए परेशानी है, इसके साथ साथ सामाजिक और आर्थिक समस्या को बढ़ा रही है।
पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने कहा कि भारत में लगभग 24 लाख 1 हजार के करीब एचआईवी पॉजिटिव हैं। के मरीज हैं पंजाब में 89 हजार 979 एचआईवी पॉजिटिव दर्ज हुए हैं, जिन्हें दवाई के लिए ए.आर.टी. से जोड़ा जा रहा है।
स. चेतन सिंह जौदामाजरा ने कहा कि पंजाब राज्य में 6057 सरकारी स्कूलों और 700 कॉलेजों में 14-24 साल की युवा पीढ़ी के लिए एचआई की जागरूकता के लिए विभिन्न गतीविधियां चलाई जा रही हैं। इनके साथ साथ अन्य मीडीया के ज़रीए लोगों को जागरूक किया जाता है। एच.आई.वी. ग्रस्त लोगों को स्वास्थ्य व सामाजिक सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए सरकारी द्वारा विभिन्न विभागों की तरफ से चलाई जा रही सामाजिक सुरक्षा स्कीमों के साथ जोडा जा रहा है।
स. चेतन जौड़ामाजरा ने कहा कि मरीजों के मुफ्त टैस्ट व काउंसलिंग के लिए पंजाब के सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में 1069 इंटीग्रेटेड काउंसलिंग टेस्टिंग सेंटर (आई.सी.टी.सी.) चलाए जा रहे हैं। जांच में पाज़ीटिव पाए गए मरीजों के लिए मुफ्त इलाज के लिए पंजाब में 19 एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी (एआरटी) केंद्र चलाए जा रहे हैं। एच.आई.वी. ग्रस्त व्यक्ति लगातार नियमित ढंग से दवाई लेकर लंबी ज़िंदगी बतीत कर सकता है। ज्यादा जोखिम वाले लोगों को एच.आई.वी./एड्स से बचाने के लिए पंजाब में 64 टारगेटिड प्रोजैक्ट
नियमित रूप से दवाई लेने से प्रभावित व्यक्ति लंबा जीवन जी सकता है। उच्च जोखिम वाले लोगों को एचआईवी/एड्स से बचाने के लिए पंजाब में 64 टारगेटिड प्रोजैक्ट चलाए जा रहे हैं। इनके साथ साथ टीके के साथ नशा करने वाले लोगों को एचआईवी/एड्स से बचाने के लिए पंजाब में 41 ओ.एस.टी. सैँटर चलाए जा रहे हैं। इन सैंटरों पर टीके के साथ नशा लेने वाले मरीजों को रोज़ाना स्वास्थ्य कर्मचारियों की निगरानी में दवाई दी जाती है तां कि उन्हें नशे की बिमारी से बचाया जा सके। पंजाब में सुरक्षित खून के लिए 161 ब्लड सैंटर चलाए जा रहे हैं, जिनमें दान किए गए खून का बाकी टैस्टों के साथ एच.आई.वी. का टैस्ट भी किया जाता है तां कि खून के ज़रीए एच.आई.वी. की बिमारी को फैलने से रोका जा सके। राज्य में 31 एस.टी.आई./आर.टी.आई. क्लीनिक (सुरक्षा क्लीनिक) चलाए जा रहे हैं। क्योंकि गुप्त रोगों के साथ पीड़ित मरीजों को एच.आई.वी. होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके लिए एस.टी.आई. क्लीनिकों में मरीजों को मुफ्त दवाई मुहैया करवाया जा रहा है तांकि गुप्त रोगों को एच.आई.वी. होने से बचाया जा सके।
इस मौके पर पंजाब स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी की प्रोजैक्ट डायरैक्टर श्रीमती नीलिमा, डिप्टी कमिश्नर मोहाली श्री अमित तलवार, डायरैक्टर स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. रणजीत सिंह घोतड़ा, डायरैक्टर परिवार कल्याण डा. रविंदरपाल कौर, नैशनल हैल्थ मिशन के डायरैक्टर डा. एस.पी. सिंह और सिवल सर्जन मोहाली डा. आदर्शपाल कौर विशेष तौर पर मौजूद रहे।
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