उत्तराखण्ड को एक आदर्श मॉडल राज्य के रूप में स्थापित करेंगे।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी कहा है कि आने वाला दशक उत्तराखण्ड का दशक है। मोदी जी के विजन 2025 को लेकर हमारी सरकार पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है कि इस दशक की शुरुआत मे जो विकास की रफ्तार हमने पकडी है उसको हम पूर्ण रूप से गतिमान रखेंगे और उत्तराखण्ड को एक आदर्श मॉडल राज्य के रूप में स्थापित करेंगे। उन्होंने कहा जब में जीवन के 21 वे वर्ष मे था और अपने भविष्य और राष्ट्र के लिए सपने देखता था उसी तरह आज में इस प्रदेश के मुख्य सेवक के रूप में हम सभी के 21 वर्ष के युवा उत्तराखण्ड के लिए सपने देख रहे हैं। श्री धामी ने कहा मैं एक ऐसे उत्तराखण्ड का सपना देख रहा हूं जहां सभी लोग सुखी हों, स्वस्थ हों और मंगल के साक्षी बनें और किसी को भी दुख का भागी ना बनना पडे। उन्होने कहा इस प्रदेश को बनाने में हमारी मातृशक्ति की कितनी बडी भूमिका रही है यह बात किसी से छिपी नहीं है। मैं अपने इस प्रदेश की मातृशक्ति को भी प्रणाम करता हूं। श्री धामी ने कहा हमने आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं को मजबूती के लिए 118 करोड का कोविड राहत पैकेज जारी कर दिया है जिससे 7.5 लाख महिलाओं को सीधा लाभ पहुचेगा। उन्होने कहा कार्बेट पार्क में अब तक युवा ही सफारी के दौरान पर्यटकों को गाइड करते थे लेकिन अब पार्क मे महिलायें भी पर्यटकों को सफारी कराते दिख रही हैं। वर्तमान में 8 महिला गाइड व 25 महिला ड्राइवर कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि पूरे प्रदेश मे और अधिक से अधिक महिलाओं को पर्यटन गतिविधियों से जोडा जाए। महिलाओ को सशक्त बनाने और उनकी सुरक्षा, मान सम्मान करने की प्रधानमंत्री की सोच और महिला सशक्तिकरण की दिशा में हम लगातार काम कर रहे है। उन्होने कहा हमने विधवा, निशक्त, दिव्यांग महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वरोजगारी बनाने हेतु मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना शुरू की है। उन्होने कहा हमारी सरकार ने मुख्यमंत्री महालक्ष्मी योजना का शुभारम्भ किया है, तीलू रौतेली और आंगनबाड़ी पुरस्कार की राशि को बढ़ाकर 51 हजार कर दिया गया है साथ ही नन्दा गौरा योजना के तहत 2015 से 17 तक के वंचित रह गई 30 हजार बेटियों को योजना का लाभ देने के लिए 49 करोड की स्वीकृति हमारी सरकार ने दे दी है।