पिंगलवाड़ा चैरिटेबल सोसायटी गुरु कृपा से मनाएगी पलसौरा में स्थापना दिवस

पंजाब
25 नवंबर को फ्री मेडिकल कैंप और रक्तदान कैंप, 26 नवंबर को होगा गुरमति कार्यक्रम
चंडीगढ़
सात दशकों से अधिक समय से निःस्वार्थ सार्वजनिक सेवा के लिए समर्पित ऑल इंडिया पिंगलवाड़ा चैरिटेबल सोसाइटी, अमृतसर 25 और 26 नवंबर को गांव पलसौरा, चंडीगढ़ में अपनी शाखा का स्थापना दिवस मनाएगी, जहां मुफ्त चिकित्सा कैम्प लगाया जाएगा और गुरमति कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि ऑल इंडिया पिंगलवाड़ा चैरिटेबल सोसाइटी की स्थापना 1947 में भगत पूरन सिंह जी द्वारा की गई थी, जो दुनिया में निस्वार्थ सार्वजनिक सेवा के लिए आशा और करुणा की किरण बनकर मानवता के प्रति प्रेम, देखभाल और सेवा के मूल सिद्धांतों पर आधारित है।
पिंगलवाड़ा सोसाइटी की प्रधान डॉ. इंदरजीत कौर ने रविवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि 25 नवंबर को मरीजों के लिए एक मुफ्त चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रख्यात चिकित्सक, नेत्र रोग विशेषज्ञ, मनोचिकित्सक, कुशल सर्जन और हड्डी रोग विशेषज्ञ जांच करेंगे। इसी दिन सुबह रक्तदान शिविर भी आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि दूसरे दिन 26 नवंबर को श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का आशीर्वाद लेने के लिए ‘गुरमति कार्यक्रम’ आयोजित किया जाएगा। इसकी शुरुआत सुबह 9 बजे ‘श्री सहज पाठ जी दे भोग’ से होगी, जिसके बाद पिंगलवाड़ा सोसाइटी के प्रतिभाशाली बच्चों द्वारा ‘गुरबानी कीर्तन’ गायन किया जाएगा। सुबह 11 बजे गुरु गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल का जथा आध्यात्मिक शबद कीर्तन के माध्यम से संगत को मंत्रमुग्ध करेगा, जबकि महिला सत्संग सभा पलसौरा द्वारा दोपहर 12 बजे से 1 बजे तक श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की शिक्षाओं पर आधारित पवित्र ‘शब्द ज्ञान’ प्रवाहित किया जाएगा।
डॉ. इंद्रजीत कौर ने आम लोगों को इस चिकित्सा शिविर में भाग लेने और गुरमति कार्यक्रम में भाग लेकर आध्यात्मिक संवाद का अनुभव करने के लिए खुला निमंत्रण दिया है।
डॉ. इंद्रजीत कौर ने कहा कि पिंगलवाड़ा चैरिटेबल सोसाइटी बेघर और बेसहारा व्यक्तियों को आश्रय प्रदान करने, गरीबों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के अपने प्रयासों के माध्यम से शारीरिक और मानसिक रूप से विकलांग लोगों की मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि पिंगलवाड़ा के परोपकारी प्रयास कई लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत और आशा और मानवता का प्रतीक हैं।
इस अवसर पर अन्य लोगों के अलावा जतिंदर सिंह औलख ए.डी.जी.पी. (सेवानिवृत्त), हरपाल सिंह मेडिकल सोशल वर्कर, हरीश चंद्र गुलाटी, रविंदर कौर, डॉ. संजीव कंबोज उधम एनजीओ और प्रकाश चंद जैन भी मौजूद थे।