डबल इंजन वाली यूपी सरकार लखीमपुर के गवाहों को पूरी सुरक्षा और न्याय दे : बीबी राजविंदर कौर राजू
डबल इंजन वाली यूपी सरकार लखीमपुर के गवाहों को पूरी सुरक्षा और न्याय दे : बीबी राजविंदर कौर राजू
कहा कि मोदी साजिश रचने वाले टेनी मिश्रा को अपने मंत्रिमंडल से तुरंत हटाए
महिला किसान यूनियन ने सुप्रीम कोर्ट से आशीष मिश्रा की जमानत रद्द होने का किया स्वागत
जालंधर…प्महिला किसान यूनियन की अध्यक्ष बीबी राजविंदर कौर राजू ने लखीमपुर खीरी (यूपी) कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की जमानत रद्द करने और उन्हें जेल भेजने के लिए भारत के सर्वोच्च न्यायालय का गर्मजोशी से स्वागत किया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के दौरान देश के शासक दल ने अपने प्रिय केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बचाने और उनके हत्यारे बेटे की जमानत सुरक्षित करने लिए कथित तौर पर डाला सियासी दबाव बुरी तरह विफल रहा है इससे पीड़ितों के परिवार और गवाह अब न्याय की आस लगाए बैठे हैं।
महिला किसान यूनियन की अध्यक्ष बीबी राजविंदर कौर राजू ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि यूपी की ”डबल इंजन” योगी सरकार ने दो महीने पहले लखनऊ न्यायालय में आशीष मिश्रा की जमानत की बहस जानबूझकर सही तरीके से नहीं की गई जिससे लखीमपुर खीरी कांड के शहीद व घायल किसानों को न्याय नहीं मिल सका और अदालत द्वारा दिए गए संरक्षण के बावजूद गवाहों को धमकाया जा रहा है और प्रत्यक्षदर्शी हरदीप सिंह पर भी कथित बीजेपी नेताओं के उकसाने पर जानलेवा हमला किया गया है।
महिला किसान नेता ने भगवाधारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के आलोक में आशीष मिश्रा की कार के नीचे बेरहमी से मारे गए और घायल हुए किसानों को न्याय दिलाने और इस जघन्य अपराध के सभी दोषियों को दंडित करने के लिए स्वयं हस्तक्षेप करें। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की कि इस जघन्य हत्याकांड में कथित साजिश रचने वाले केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी (मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के पिता) को तत्काल केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाया जाए।
बीबी राजू ने संयुक्त किसान मोर्चा और उससे जुड़े सभी किसान संगठनों से लखीमपुर खीरी में पीड़ितों के परिवारों और गवाहों को प्रोत्साहित करने और उनकी मदद करने के लिए किसानों का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में यूपी के मुख्यमंत्री से भी संपर्क किया जाए और जरूरत पड़ने पर न्याय की गुहार लगाने के लिए वहां धरने का आयोजन किया जाए।